पाकिस्तान में होनेवाले हर ब्लास्ट की इल्ज़ाम हिन्दुस्तान पे आती है,
और गुरमेहर तेरे पिता को पाकिस्तान नहीं लड़ाई मार जाती है ?
और गुरमेहर तेरे पिता को पाकिस्तान नहीं लड़ाई मार जाती है ?
भारत के टुकड़े करने वालों के लिए भी कुछ लिख देती,
किन कारणों से वो सही हैं जरा हमें भी सीख देती !
ऐसे ही आज़ादी मांगते मांगते कन्हैया जी छा गये,
लगता है उन्हीं के नक़्शे-कदम तुम्हें भी भा गये !
वैसे भी देखभक्ति की बात करने वाले सांप्रदायिक हो जाते हैं,
और तुस्टीकरण की राजनीती करने वाले लिबरल कहलाते हैं !
विश्व-विद्यालयों से राजनितिक पार्टियाँ हटनी चाहिए,
ये शिक्षा का मंदिर है यहाँ सिर्फ विद्या बटनी चाहिए !
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