शहीदों का जब भी, कहीं ज़िक्र आया,
शहीदों का जब भी, कहीं ज़िक्र आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
शहीदों का जब भी, कहीं ज़िक्र आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया !
गुलामी की बेड़ी में जकड़ा था भारत,
गुलामी की बेड़ी में जकड़ा था भारत,
अहिंसा की बातें लगी जब तिज़ारत,
क्रांति का तूने बिगुल था बजाया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया!
साइमन कमीशन से थी लड़ाई,
साइमन कमीशन से थी लड़ाई,
लाला जी ने अपनी जान गँवाई,
जान गँवाई
उनकी शहादत का बदला चुकाया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया!
जब जन विरोधी, थे कानून आये,
थे कानून आये.
असेम्ब्ली में दत्त संग, बम थे चलाये,
आंदोलन का जिसने रुतबा बढ़ाया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया !
सुखदेव और राजगुरु जैसे साथी,
हँसते हुए चढ़ गए संग फाँसी,
हँसते हुए चढ़ गए संग फाँसी,
सुखदेव और राजगुरु जैसे साथी,
हँसते हुए चढ़ गए संग फाँसी,
इन आँखों में है लहू भर आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया!
शहीदों का जब भी, कहीं ज़िक्र आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया !
-आशुतोष कुमार
शहीदों का जब भी, कहीं ज़िक्र आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
शहीदों का जब भी, कहीं ज़िक्र आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया !
गुलामी की बेड़ी में जकड़ा था भारत,
गुलामी की बेड़ी में जकड़ा था भारत,
अहिंसा की बातें लगी जब तिज़ारत,
क्रांति का तूने बिगुल था बजाया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया!
साइमन कमीशन से थी लड़ाई,
साइमन कमीशन से थी लड़ाई,
लाला जी ने अपनी जान गँवाई,
जान गँवाई
उनकी शहादत का बदला चुकाया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया!
जब जन विरोधी, थे कानून आये,
थे कानून आये.
असेम्ब्ली में दत्त संग, बम थे चलाये,
आंदोलन का जिसने रुतबा बढ़ाया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया !
सुखदेव और राजगुरु जैसे साथी,
हँसते हुए चढ़ गए संग फाँसी,
हँसते हुए चढ़ गए संग फाँसी,
सुखदेव और राजगुरु जैसे साथी,
हँसते हुए चढ़ गए संग फाँसी,
इन आँखों में है लहू भर आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया!
शहीदों का जब भी, कहीं ज़िक्र आया,
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया
प्यारे भगत सिंह, है तू याद आया !
-आशुतोष कुमार
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